देश के पहले आई एफ एस अधिकारी रहे स्व. निर्मल कुमार जोशी की याद में दिया जाने वाला निर्मल कुमार जोशी वन्य जीव पुरस्कार इस साल कार्बेट नेशनल पार्क के फिल्ड डारेक्टर डा.धीरज पाण्डे को दिया जायेगा।
पूर्व प्रशासक श्री वी.डी.सिंह की अध्यक्षता में निर्मल कुमार जोशी वन्यजीव पुरस्कार चयन समिति की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया। चयन समिति में अन्य सदस्यों में डा. अरविंद भट्ट और ओम प्रकाश भट्ट शामिल हैं।
चयन समिति के सचिव ओम प्रकाश भट्ट ने यह जानकारी देते हुए बताया कि देश के पहले महानिदेशक वन और उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित हाई पावर कमेठी के सदस्य रहे ख्यातिप्राप्त वनविद स्व. निर्मल कुमार जोशी की स्मृति में सरकारी सेवा में कार्यरत वनविदों और वन्यजीव संरक्षकों को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है।
पचास वर्ष पहले चिपको आंदोलन के दौर में केदारनाथ और बदरीनाथ वन प्रभाग में प्रभागीय वनाधिकारी के रूप में वनविद के अपने कैरियर को शुरू करने वाले निर्मल कुमार जोशी को वनविद के रूप में चिपको आंदोलन में अपनी सकारात्मक भूमिका के लिए आज भी याद किया जाता है। उनकी स्मृति को चिरस्थायी रखने के लिए वन और वन्यजीवों के संरक्षण के क्षेत्र में सक्रिय सी पी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केन्द्र की ओर से यह पुरस्कार शुरू किया था। सम्मान के तहत अंग वस्त्र, सम्मान पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता हैं। जो अगले माह एक समारोह में दिया जायेगा।
डा. धीरज पाण्डे भारतीय वन सेवा के 2004-2007 बैच के अधिकारी है। इन्होंने केदारनाथ वन्य जीव वन प्रभाग से लेकर कालागढ़ और मसूरी में प्रभागीय वनाधिकारी और शिवालिक और यमुना सर्किल में कंजरवेटर के रूप में उल्लेखनीय कार्य किया है। प्रभागीय वनाधिकारी के रूप में इन्होंने वन और वन्यजीव संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वन और वन्यजीव संरक्षण के लिए दबावों और संघर्षों को दरकिनार करते हुए वन और वन्यजीव संरक्षण के लक्ष्यों को पूरी ईमानदारी और दृढ़ता से पूरा किया। पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त डा. धीरज पांडे, कार्बेट में आज भी अपनी जिम्मेदारी पूरी ऊर्जा और भावना से पूरी कर रहे हैं।
प्रभागीय वनाधिकारी के रूप में उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यो के लिए दूसरा निर्मल कुमार जोशी वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार के लिए डा. धीरज पाण्डे का चयन किया गया हैं
